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वाराणसी। बीएचयू में सुपरस्पेशियलिटी कॉम्पलेक्स में भर्ती कोरोना मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन बाहर से खरीदना पड़ रहा है जबकि जिला प्रशासन (कमिश्नर और डीएम) की पहल पर मरीजों के लिए नि:शुल्क इंजेक्शन लगाने का फैसला हुआ था। कांप्लेक्स में इस समय 80 मरीज भर्ती हैं। डॉक्टर की सलाह पर मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाना जरूरी होता है, उन्हें अस्पताल की ओर से इंजेक्शन सहित अन्य दवाइयां परिसर स्थित फार्मेसी से ही नि:शुल्क मुहैया कराईं जा रहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक, इंजेक्शन और दवा का अधिक बकाया होने की वजह अब मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में परिजनों को यह इंजेक्शन 3500 रुपये में खरीदना पड़ रहा है।
सुविधा बंद करने की फार्मेसी ने की सिफारिश बीएचयू अस्पताल परिसर स्थित फार्मेसी का बकाया बढ़ने की वजह से अब फार्मेसी संचालक ने भी सुपरस्पेशियलिटी में इंजेक्शन, दवा आदि सुविधाएं बंद करने के लिए पत्र लिखा है। 10 दिन पहले कुलपति, एमएस कुलसचिव समेत अन्य अधिकारियों को लिखे पत्र में बकाए का भुगतान कराने को कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, रेमडेसिवीर इंजेक्शन का ही करीब ढाई लाख रुपए बकाया है और इसके अलावा अस्पताल में जाने वाली दवाओं की भी बड़ी धनराशि का भुगतान नहीं हो पाया है। अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मरीजों की समस्या बढ़ सकती है।
बीएचयू सुपरस्पेशियलिटी कांप्लेक्स में भर्ती मरीजों को नि:शुल्क दवा और इंजेक्शन की व्यवस्था है। फार्मेसी की ओर से बकाया का जो बिल भेजा गया था, उससे एमएस समेत अन्य अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। कुछ लोगों को बाहर से इंजेक्शन लेना पड़ रहा है। कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द भुगतान हो सके। -प्रो.केके गुप्ता, कोविड नोडल प्रभारी, बीएचयू
वाराणसी। बीएचयू में सुपरस्पेशियलिटी कॉम्पलेक्स में भर्ती कोरोना मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन बाहर से खरीदना पड़ रहा है जबकि जिला प्रशासन (कमिश्नर और डीएम) की पहल पर मरीजों के लिए नि:शुल्क इंजेक्शन लगाने का फैसला हुआ था। कांप्लेक्स में इस समय 80 मरीज भर्ती हैं। डॉक्टर की सलाह पर मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाना जरूरी होता है, उन्हें अस्पताल की ओर से इंजेक्शन सहित अन्य दवाइयां परिसर स्थित फार्मेसी से ही नि:शुल्क मुहैया कराईं जा रहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक, इंजेक्शन और दवा का अधिक बकाया होने की वजह अब मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में परिजनों को यह इंजेक्शन 3500 रुपये में खरीदना पड़ रहा है।
सुविधा बंद करने की फार्मेसी ने की सिफारिश
बीएचयू अस्पताल परिसर स्थित फार्मेसी का बकाया बढ़ने की वजह से अब फार्मेसी संचालक ने भी सुपरस्पेशियलिटी में इंजेक्शन, दवा आदि सुविधाएं बंद करने के लिए पत्र लिखा है। 10 दिन पहले कुलपति, एमएस कुलसचिव समेत अन्य अधिकारियों को लिखे पत्र में बकाए का भुगतान कराने को कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, रेमडेसिवीर इंजेक्शन का ही करीब ढाई लाख रुपए बकाया है और इसके अलावा अस्पताल में जाने वाली दवाओं की भी बड़ी धनराशि का भुगतान नहीं हो पाया है। अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मरीजों की समस्या बढ़ सकती है।
बीएचयू सुपरस्पेशियलिटी कांप्लेक्स में भर्ती मरीजों को नि:शुल्क दवा और इंजेक्शन की व्यवस्था है। फार्मेसी की ओर से बकाया का जो बिल भेजा गया था, उससे एमएस समेत अन्य अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। कुछ लोगों को बाहर से इंजेक्शन लेना पड़ रहा है। कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द भुगतान हो सके। -प्रो.केके गुप्ता, कोविड नोडल प्रभारी, बीएचयू