सोनिया-राहुल गांधी (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
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देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी कांग्रेस अपने नए पार्टी अध्यक्ष को चुनने के लिए बड़ा व ऐतिहासिक कदम उठाने जा रही है। दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी अपना नया अध्यक्ष चुनने के लिए ऑनलाइन वोटिंग कराएगी। इसके लिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों को जल्द ही डिजिटल वोटर कार्ड जारी किए जाएंगे। इस चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने करीब 1500 कांग्रेसियों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए उसने कांग्रेस की सभी इकाइयों से प्रतिनिधियों की तस्वीरें भेजने के लिए कहा है।
ऑनलाइन वोटिंग से बढ़ेगी राहुल गांधी की मुसीबत?
गौरतलब है कि कांग्रेस में नए पार्टी अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की वापसी देखी जा रही है, लेकिन ऑनलाइन वोटिंग उनके रास्ते में रुकावट डाल सकती है। अगर ऐसा होता है तो इसे कांग्रेस में बड़े उलटफेर की तरह देखा जाएगा। अगर राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो इससे यह संकेत जाएगा कि वह पार्टी में निर्विवाद नेता हैं और सबसे ज्यादा लोकप्रिय भी हैं।
चुनाव में दूसरा दावेदार आया तो क्या होगा?
कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए ऑनलाइन वोटिंग ने कई बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सबसे पहला सवाल यह है कि अगर राहुल गांधी की टक्कर में कोई मैदान में उतरता है तो क्या होगा? दरअसल, ऐसी स्थिति में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को आम चुनावों की तरह पूरा सेटअप तैयार करना होगा। इसमें मतदान प्रक्रिया से लेकर जगह और मतदान की तारीख तक तय करनी होगी। डिजिटल चुनाव प्रक्रिया में जुटे एक नेता ने बताया कि हम पूरी तैयारी कर रहे हैं और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि दो राज्यों को छोड़कर हमें देश के अन्य हिस्सों से प्रतिनिधियों की सूची मिल चुकी है। जब निर्वाचक मंडल की तैयारियां पूरी हो जाएंगी तो पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष को सूचना दे दी जाएगी।
2017 में अध्यक्ष बने थे राहुल गांधी
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस प्रतिनिधियों की सूची में वही नाम शामिल हैं, जो 2017 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाते वक्त थे। हालांकि, इस सूची को अपडेट करने का काम लगातार चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, प्रतिनिधियों को जारी किए जाने वाले आईडी कार्ड पर बारकोड होगा, जिसमें मतदाता की पूरी जानकारी होगी। यह कदम चुनाव में गलतियों को कम करने के मकसद से उठाया गया है।
2 साल होगा अध्यक्ष का कार्यकाल
गौरतलब है कि यह चुनाव पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह नियमित अध्यक्ष चुनने के लिए कराया जाएगा। इसमें नए अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल तय किया गया है। ऐसे में अगला पार्टी अध्यक्ष 2022 में चुनाव जाएगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया था।
देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी कांग्रेस अपने नए पार्टी अध्यक्ष को चुनने के लिए बड़ा व ऐतिहासिक कदम उठाने जा रही है। दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी अपना नया अध्यक्ष चुनने के लिए ऑनलाइन वोटिंग कराएगी। इसके लिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों को जल्द ही डिजिटल वोटर कार्ड जारी किए जाएंगे। इस चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने करीब 1500 कांग्रेसियों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए उसने कांग्रेस की सभी इकाइयों से प्रतिनिधियों की तस्वीरें भेजने के लिए कहा है।
ऑनलाइन वोटिंग से बढ़ेगी राहुल गांधी की मुसीबत?
गौरतलब है कि कांग्रेस में नए पार्टी अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की वापसी देखी जा रही है, लेकिन ऑनलाइन वोटिंग उनके रास्ते में रुकावट डाल सकती है। अगर ऐसा होता है तो इसे कांग्रेस में बड़े उलटफेर की तरह देखा जाएगा। अगर राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो इससे यह संकेत जाएगा कि वह पार्टी में निर्विवाद नेता हैं और सबसे ज्यादा लोकप्रिय भी हैं।
चुनाव में दूसरा दावेदार आया तो क्या होगा?
कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए ऑनलाइन वोटिंग ने कई बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सबसे पहला सवाल यह है कि अगर राहुल गांधी की टक्कर में कोई मैदान में उतरता है तो क्या होगा? दरअसल, ऐसी स्थिति में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को आम चुनावों की तरह पूरा सेटअप तैयार करना होगा। इसमें मतदान प्रक्रिया से लेकर जगह और मतदान की तारीख तक तय करनी होगी। डिजिटल चुनाव प्रक्रिया में जुटे एक नेता ने बताया कि हम पूरी तैयारी कर रहे हैं और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि दो राज्यों को छोड़कर हमें देश के अन्य हिस्सों से प्रतिनिधियों की सूची मिल चुकी है। जब निर्वाचक मंडल की तैयारियां पूरी हो जाएंगी तो पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष को सूचना दे दी जाएगी।
2017 में अध्यक्ष बने थे राहुल गांधी
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस प्रतिनिधियों की सूची में वही नाम शामिल हैं, जो 2017 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाते वक्त थे। हालांकि, इस सूची को अपडेट करने का काम लगातार चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, प्रतिनिधियों को जारी किए जाने वाले आईडी कार्ड पर बारकोड होगा, जिसमें मतदाता की पूरी जानकारी होगी। यह कदम चुनाव में गलतियों को कम करने के मकसद से उठाया गया है।
2 साल होगा अध्यक्ष का कार्यकाल
गौरतलब है कि यह चुनाव पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह नियमित अध्यक्ष चुनने के लिए कराया जाएगा। इसमें नए अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल तय किया गया है। ऐसे में अगला पार्टी अध्यक्ष 2022 में चुनाव जाएगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया था।
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