न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 22 Nov 2020 07:05 PM IST
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प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 15वें G-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने एलईडी लाइट को लोकप्रिय बनाया जिससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 38 मिलियन टन प्रति वर्ष तक कम किया गया है। पीएम ने उज्ज्वला योजना के बारे में बताते हुए कहा कि हमने इस योजना के माध्यम से 8 करोड़ से अधिक घरों को धुआं मुक्त रसोई प्रदान की है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम 2022 से पहले 175 गीगाबाइट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। अब हमने 2030 तक इसे बढ़ाकर 450 गीगाबाइट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस दौर में जलवायु परिवर्तन पर भी विश्व को ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से अलग-अलग होकर नहीं बल्कि एकीकृत, व्यापक और समग्र तरीके से मुकाबला किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यावरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता बनी हुई है। भारत कार्बन का कम से कम उपयोग और जलवायु परिवर्तन के विकास पर जोर दे रहा है जो कि पेरिस समझौते के लक्ष्यों सिर्फ पूरा ही नहीं कर रहा बल्कि उससे आगे बढ़कर काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 15वें G-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने एलईडी लाइट को लोकप्रिय बनाया जिससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 38 मिलियन टन प्रति वर्ष तक कम किया गया है। पीएम ने उज्ज्वला योजना के बारे में बताते हुए कहा कि हमने इस योजना के माध्यम से 8 करोड़ से अधिक घरों को धुआं मुक्त रसोई प्रदान की है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम 2022 से पहले 175 गीगाबाइट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। अब हमने 2030 तक इसे बढ़ाकर 450 गीगाबाइट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस दौर में जलवायु परिवर्तन पर भी विश्व को ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से अलग-अलग होकर नहीं बल्कि एकीकृत, व्यापक और समग्र तरीके से मुकाबला किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यावरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता बनी हुई है। भारत कार्बन का कम से कम उपयोग और जलवायु परिवर्तन के विकास पर जोर दे रहा है जो कि पेरिस समझौते के लक्ष्यों सिर्फ पूरा ही नहीं कर रहा बल्कि उससे आगे बढ़कर काम कर रहा है।
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